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(Indian Geography) Part – 1
आज की हमारी इस पोस्ट में हम आपको भारत का भूगोल ( Indian Geography ) से संबंधित Most Important Question and Answer बताने जा रहे हैं जो कि हर तरह के Competitive Exams जैसे SSC, UPSC, PSC आदि के लिये बेहद महत्वपूर्ण है|
भारत का सामान्य ज्ञान
भारत का भूगोल – भारत का भौतिक स्वरुप
- सम्पूर्ण भारत का अक्षांशीय विस्तार 6°4′ से 37°6′ उत्तरी अक्षांश के मध्य है|
- भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग किमी है|
- क्षेत्रफल के हिसाब से भारत दुनिया का 7वा सबसे बड़ा देश है| जबकि जनसँख्या के हिसाब से भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा देश है|
- क्षेत्रफल की दृस्टि से भारत से बड़े छः देश हैं – रूस, कनाडा, चीन, अमेरिका, ब्राज़ील, और ऑस्ट्रेलिया|
- भारत का क्षेत्रफल पूरी दुनिया का 2.42% है|
- भारत का उत्तर से दक्षिण में विस्तार 3214 किमी और पूर्व से पश्चिम में विस्तार 2933 किमी है|
- भारत की स्थल सीमा की लम्बाई 15200 किमी है और समुद्री सीमा की लम्बाई 7516.5 किमी है| भारत के मुख्य भूमि के तटीय भाग की लम्बाई 6100 किमी है|
- भारतीय उपमहाद्वीप मूलतः एक विशाल भूखंड का भाग का था – गोंडवाना लैंड
- भारतीय उपमहाद्वीप विभाजित है – 4 प्राकृतिक प्रदेशों में
भारत के पड़ौसी देश और भारत के साथ उनकी सीमा की लम्बाई – Neighboring countries and their borders with India
- भारत के कुल 17 राज्य पडोसी देशों की सीमा से लगते हैं|
- भारत की जलीय/समुद्री सीमा 7 देशों से लगती है- पाकिस्तान, मालदीव, श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार, थाईलैंड और इंडोनेशिया|
- भारत का सबसे दक्षिणी बिंदु इंदिरा पॉइंट है जो निकोबार द्वीप समूह में स्थित है| पहले इसका नाम पिगमिलियन पॉइंट था| यह भूमध्य रेखा से 876 किमी दूर स्थित है|
- सबसे दक्षिणी बिंदु इंदिरा कॉल है जो लद्दाख UT में हैं|
- भारत का सबसे पूर्वी भाग वालांगू, अरुणाचल प्रदेश में है|
- वही सबसे पश्चिमी भाग सरक्रीक, गुजरात में है|
भारत का भूगोल – Indian Geography one liner
- भारत और चीन की सीमा को अरुणाचल प्रदेश में मैकमोहन रेखा कहते हैं| इसका निर्धारण 1914 में शिमला समझौते में किया गया था|
- भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बीच डूरण्ड रेखा है जिसका निर्धारण 1896 में में सर डूरण्ड द्वारा किया गया था| अब यह रेखा पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच है|
- भारत और पाकिस्तान के बीच रेडक्लिफ़ रेखा है जो 15 अगस्त 1947 को सी. जे. रेडक्लिफ़ द्वारा निर्धारित की गई थी|
- श्रीलंका भारत से पाक जलसंधि और मन्नार की खाड़ी द्वारा अलग होता है|
- श्रीलंका के बाद भारत का सबसे निकटतम समुद्री पडोसी है इंडोनेशिया|
- वह भारतीय राज्य जिसकी अधिकतम सीमा म्यांमार से स्पर्श करती है – अरुणाचल प्रदेश
- भारत का मानक समय मिर्ज़ापुर से गुजरने वाली 82.5° पूर्वी देशांतर रेखा को माना गया है| यह रेखा 5 राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, और आंध्र प्रदेश से होकर जाती है|
- कर्क रेखा लगभग भारत के मध्य से गुजरती है| यह 8 राज्यों से होकर जाती है – राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, प. बंगाल, त्रिपुरा और मिजोरम|
- पृथ्वी की चुंबकीय विषुवत रेखा त्रिवेंद्रम से गुजरती है|
- भारतीय उपमहाद्वीप में सम्मिलित देश है – भारत, पाकिस्तान, नेपाल, और भूटान
- भारतीय राज्यो में गुजरात की तटरेखा सबसे लम्बी है -1663 किमी
- भारत के 9 राज्य समुद्र से लगे है- गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, प. बंगाल|
- नार्थ-ईस्ट के राज्यों में नागालैंड, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश,और सिक्किम की सीमाएँ बांग्लादेश से नहीं मिलती हैं|
- तीन ओर से बांग्लादेश से घिरा राज्य त्रिपुरा है| इसकी सीमा असम और मिज़ोरम से मिलती है|
- संकोश नदी असम और अरुणाचल प्रदेश की सीमा बनती है|
- यांग्याप दर्रे के पास से ब्रह्मपुत्र नदी भारत में प्रवेश करती है|
- जोजिला दर्रे का निर्माण सिंधु नदी द्वारा, शिपकीला दर्रे का निर्माण सतलज द्वारा, जेलप्ला दर्रे का निर्माण तीस्ता नदी द्वारा हुआ है|
हिमालय का भौतिक स्वरुप
- हिमालय की रचना समांतर वाले श्रेणियों से हुई है, जिस में से प्राचीनतम श्रेणी है – वृहत हिमालय श्रेणी
- उत्तर भारत के उप हिमालय क्षेत्र के सहारे फैले समतल मैदान को कहा जाता है – भावर
- हिमालय का पर्वत पदीय प्रदेश है – शिवालिक
- शिवालिक पहाड़ियां हिस्सा है – हिमालय का
- शिवालिक श्रेणी का निर्माण हुआ – सेनोजोइक (प्लायोसीन) युग में
- शिवालिक श्रेणियों की ऊंचाई है – 850-1200 मीटर के मध्य
- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, सिक्किम एवम हिमाचल प्रदेश में से हिमालय पर्वत श्रेणियां हिस्सा नहीं है – उत्तर प्रदेश का
- लघु हिमालय स्थित है – शिवालिक और महान हिमालय के मध्य में
- पश्चिमी भाग में हिमालय की श्रेणियों का दक्षिण से उत्तर की ओर सही क्रम है – शिवालिक–लघु हिमालय –महान हिमालय
- सबसे नवीन पर्वत श्रेणी है – शिवालिक
- उच्चावच आकृतियों का दक्षिण से उत्तर की ओर बढ़ते हुए सही क्रम है – धौलाधर, जास्कर, लद्दाख और काराकोरम
- हिमालय में उत्तर दिशा की ओर के क्रम वाली पर्वत श्रेणी है – पीर पंजाल पर्वत श्रेणी, जास्कर पर्वत श्रेणी, लद्दाख पर्वत श्रेणी, काराकोरम पर्वत श्रेणी
- हिमालय में पूर्व से पश्चिम की ओर पर्वत शिखरों का सही क्रम है – कंचनजंगा, एवरेस्ट, अन्नपूर्णा, धौलागिरी
- हिमालय की पहाड़ी श्रृंखला में ऊंचाई के साथ-साथ किन कारणों से वनस्पति में परिवर्तन आता है – तापमान में गिरावट, वर्षा में बदलाव, मिट्टी का अनुपजाऊ होना।
- उत्पत्ति की दृष्टि से सबसे नवीनतम पर्वत श्रेणी है – पटकाई श्रेणीयां (हिमालय)
- नागालैंड, त्रिपुरा, मणिपुर एवं मिजोरम राज्यों में से पटकाई पहाड़ियों से संलग्न नहीं है – त्रिपुरा
- हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी स्थित है – जम्मू एवं कश्मीर में
- भारत में कश्मीर घाटी स्थित है – वृहत हिमालय और पीर पंजाल श्रेणियों के मध्य
- अक्साई चिन का भाग है – लद्दाख पठार
- भारत में सबसे प्राचीन पर्वत श्रंखला है – अरावली
- राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा एवं आंध्र प्रदेश राज्यों में से अरावली श्रेणियों स्थित है – राजस्थान में
- अरावली श्रेणियों की अनुमानित आयु है – 570 मिलियन वर्ष
- ‘रेजीड्युल पर्वत’ का उदाहरण है – अरावली
- दक्षिण भारत की सबसे ऊंची चोटी है – अन्नाईमुडी
- भारतीय प्रायद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है – अन्नाईमुडी
- नर्मदा एवं ताप्ती नदियों के मध्य स्थित है – सतपुड़ा श्रेणी
- उत्तर से शुरू कर दक्षिण की ओर पहाड़ियों का सही अनुक्रम है – नल्लामलाई पहाड़ियां – जवादी पहाड़ियां – नीलगिरि पहाड़ियां – अन्नामलाई पहाड़ियां
- पूर्वी घाट और पश्चिमी घाट मिलते हैं – नीलगिरी पहाड़ियों में
- कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु राज्य के मिलन स्थल पर स्थित है – नीलगिरि पहाड़ियां
- महादेव पहाड़ियां किसका भाग है – सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का
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