WHAT IS NATIONAL INCOME – राष्ट्रीय आय क्या है?
What Is National Income? चलिए आज इसी के बारे में बात करते हैं| किसी भी देश में एक वर्ष में जितनी वस्तुओं (FINAL GOODS) तथा सेवाओं का उत्पादन होता है उनका कुल मूल्य या कीमत उस देश की राष्ट्रीय आय कहलाती है|
राष्ट्रीय आय का निर्धारण देशो के खनिज, वन अथवा उपजाऊ भूमि जैसी प्राकृतिक संपदा से नहीं की जाता है, अगर ऐसा होता तो अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के देश सबसे अधिक समृद्ध होते|
आर्थिक संपत्ति अथवा किसी देश के धनी होने के लिए उसके पास सिर्फ संसाधनों का होना आवश्यक नहीं है, मुख्य बात यह है कि इन संसाधनों का उपयोग कैसे किया जाये जिससे उत्पादन का प्रवाह (Flow) निरंतर बना रहे तथा इससे आय और संपत्ति का सृजन हो सके|
साइमन कूजनेट्स को राष्ट्रीय आय लेखांकन का जन्मदाता माना जाता है|
How to Measure National Income in Hindi | National Income Formula
NATIONAL INCOME = C + I + G + (X – M)
C = कुल खपत व्यय
I = कुल निवेश व्यय
G = कुल सरकारी व्यय
X = निर्यात
M = आयात
What Is The National Income Of India – भारत की राष्ट्रीय आय
भारत की राष्ट्रीय आय और प्रति व्यक्ति आय की गणना का प्रथम प्रयास दादा भाई नौरोजी वर्ष 1867 -1868 ई. में किया था| नौरोजी के आकलन के अनुसार वर्ष 1868 ई. में प्रति व्यक्ति आय 20 रुपये थी|
एफ सिर्रास ने वर्ष 1911 ई. में प्रति व्यक्ति आय 49 रुपये बताया| स्वतंत्रता के बाद प्रथम आधिकारिक प्रयास वाणिज्य मंत्रालय द्वारा वर्ष 1949 ई. में किया गया था|
इसमे पी. सी. महालनोबिस को भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय आय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया|
. भारत में राष्ट्रीय आय के आंकड़े वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से 31 मार्च पर आधारित है|
. भारत में सांख्यिकी विभाग के अंतर्गत केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) राष्ट्रीय आय का आकलन एवं प्रकाशन करता है| इस कार्य में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (National Sample Survey-NSS) केंद्रीय सांख्यिकी संगठन की मदद करता है|
. भारत आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय आय की गणना साधन लागत (FACTOR COST) पर किया करता था। जनवरी 2015 से केंद्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा राष्ट्रीय आय की गणना बाजार मूल्य (MARKET COST) पर की जा रही है।
NATIONAL INCOME COST – राष्ट्रीय आय की लागत क्या होती है?
किसी अर्थव्यवस्था की आय इसके द्वारा उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य की गणना या तो साधन लागत (FACTOR COST) पर की जा सकती है या फिर बाजार लागत (MARKET PRICE) पर की जा सकती है|
FACTOR COST – साधन लागत
यह मूलतः निवेश (Invest) की गई लागत होती है जिसे उत्पादक उत्पादन प्रक्रिया में लगता है|जैसे- पूंजी की लागत , ऋणों पर ब्याज, कच्चा माल, श्रम, किराया, बिजली आदि।
FC = MP – INDIRECT TAXES + SUBSIDIES
MARKET PRICE – बाजार लागत
बाजार लागत वह मूल्य है जिसे एक उपभोक्ता द्वारा किसी वस्तु एवं सेवा को खरीदते समय किसी विक्रेता को अदा करता है। इसमें अप्रत्यक्ष कर जुड़ा होता है।
MP = FC + INDIRECT TAXES – SUBSIDIES
CONCEPTS OF NATIONAL INCOME – राष्ट्रीय आय की अवधारणा –
GROSS DOMESTIC PRODUCT – सकल घरेलु उत्पाद
किसी देश की घरेलु सीमा के भीतर स्थित उत्पादक इकाइयों द्वारा एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं का कुल मौद्रिक मूल्य सकल घरेलु उत्पाद कहलाता है। जीडीपी किसी ख़ास अवधि के दौरान वस्तु और सेवाओं के उत्पादन की कुल क़ीमत है
GDP = C + I + G + NX
C = खपत
I = निवेश
G = सरकारी व्यय
NX = शुद्ध निर्यात
GROSS DOMESTIC PRODUCT at FACTOR COST – साधन लागत पर सकल घरेलु उत्पाद
किसी वस्तु या सेवा के उत्पादन में प्रयुक्त FACTORS के सम्पूर्ण मूल्य FACTOR COST कहा जाता है।
GROSS DOMESTIC PRODUCT at MARKET PRICE – बाजार मूल्य पर सकल घरेलु उत्पाद
बाजार मूल्य वह मूल्य है जिसे एक उपभोक्ता द्वारा खरीदते समय किसी विक्रेता को सौंपा जाता है। बाजार मूल्य पर पहुँचने के लिए साधन लागत (FACTOR PRICE) में सरकार को भुगतान किये गए कर को शामिल किया जाता है। जबकि सरकार द्वारा दिए गए अनुदान को FACTOR PRICE में से घटा दिया जाता है।
GDP(FC) = GDP(MP) – PRODUCTION TAX – SUBSIDIES
GROSS NATIONAL PRODUCT – सकल राष्ट्रीय उत्पाद
किसी अर्थव्यवस्था में GNP उस आय को कहते है जो GDP में विदेशों से होने वाली आय को जोड़ कर प्राप्त किया जाता है।
GNP = GDP + X – M
X = देशवासियों द्वारा विदेशों में अर्जित आय
M = विदेशियों द्वारा देश अर्जित आय
NET NATIONAL PRODUCT – शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद
सकल राष्ट्रीय उत्पाद में से मूल्य कटौती को घटाने के बाद जो आय बचती है उसे ही शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद कहते है।
NNP = GNP – DEPRECIATION
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