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Tour Of Duty kya hai?
Indian Army एक नया प्रपोजल लेकर आई है, टूर ऑफ ड्यूटी। अब ये टूर ऑफ ड्यूटी क्या है? इसमें तीन साल के लिए आम युवाओं को सेना में एंट्री दी जाएगी।
भारत की 15,000 किलोमीटर लंबी भूमि सीमा उसके पड़ोसियों के साथ है। टूर ऑफ ड्यूटी के इस नए प्रपोजल में युवा फ्रंटलाइन ऑपरेशन यूनिट में काम कर सकेंगे।
जिससे सेना में भर्ती और वहां से एग्जिट से जुड़े खर्च में कमी आएगी और उनकी काबिलियत का इस्तेमाल बखूबी किया जा सकेगा।
टूर ऑफ ड्यूटी भारतीय सेना में अधिकारियों और सैनिकों के रूप में काम करने के लिए युवाओं के लिए तीन साल की इंटर्नशिप (Internship) है।
Benefits of Tour of Duty
– चयन प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की छूट या ढील नहीं होगी|
– बहुत से युवा हैं जो सेना में भर्ती तो होना चाहते हैं, लेकिन उसे ताउम्र करियर बनाना नहीं चाहते टूर ऑफ़ ड्यूटी के माध्यम से वो ये काम कर सकते है|
– टूर ऑफ़ ड्यूटी कार्यकाल के बाद कॉर्पोरेट जगत में बेहतर सम्भावनाएं|
– बहुत से कॉर्पोरेट जैसे आनंद महिंद्रा ने ToD ऑफिसर्स के चयन को प्राथमिकता देने की बात कही है|
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टूर ऑफ़ ड्यूटी – What Is Tour Of Duty ?
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टूर ऑफ़ ड्यूटी – What Is Tour Of Duty ?
Significance Of Tour Of Duty For The Government
साल 2005-2006 में रक्षा बजट का 12,715 करोड़ पेंशन के रूप में खर्च होता था, जो अगले 13 सालो में 10 गुना बढ़ कर साल 2020-2021 के बजट में 1,33,825 करोड़ हो गया| जो भारत सरकार के कुल खर्च का 4.4% है|
रक्षा मंत्रालय का 28.4% बजट केवल पेंशन में खर्च हो जाता है और यदि वेतन को मिला लें तो ये प्रतिशत 57% हो जाता है| ऐसी स्थिति में भारतीय सेनाओं को आधुनिक बना पाना लगभग नामुमकिन है|
एक short service commission ऑफिसर पर सरकार 10 सालो में 5.12 करोड़ खर्च करती है, जबकि ToD ऑफिसर्स के लिए ये खर्च 3 साल के लिए केवल 80-85 लाख आएगा|
अगर किसी ToD ऑफिसर या जवान को युद्ध क्षेत्र में कुछ होता है तो उसको भी वो सारी सुविधाएं दी जाएगी जो एक आम सैनिक को दी जाती है|
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